चेतो रे भाई झूठा यह संसार
चेतो रे भाई झूठा यह संसार झूठी माया झूठी काया झूठा सब व्यवहार झूठ भंवर में डूब रहा है नर तन बारं बार चेतो रे भाई झूठ यह संसार पाकर नर तन चोर अभागा भटकत सौ सौ बार फिरत सदा कामना सदन में लेने को उपहार चेतो रे भाई झूठ यह संसार माल खजाना सब झूठा है झूठा सब घर द्वार झूठ झूठ सब धन दौलत हैं झूठन का बाज़ार...