चेतो रे भाई झूठा यह संसार

चेतो रे भाई झूठा यह संसार झूठी माया झूठी काया झूठा सब व्यवहार झूठ भंवर में डूब रहा है नर तन बारं बार चेतो रे भाई झूठ यह संसार पाकर नर तन चोर अभागा भटकत सौ सौ बार फिरत सदा कामना सदन में लेने को उपहार चेतो रे भाई झूठ यह संसार माल खजाना सब झूठा है झूठा सब घर द्वार झूठ झूठ सब धन दौलत हैं झूठन का बाज़ार...

मार्च 20, 2024 · एक मिनट

मन का ताला खोल रे मनुवां

मन का ताला खोल रे मनुवां मन का ताला खोल - २ मन मंदिर में विष का प्याला तामे अमृत घोल पीके गरल सुधा दे जन को ह्रदय तराजू तौल रे मनुवां मन का ताला खोल यह जग सकल भयंकर सागर नाविक करत हिंडोल नर तन चढ़लि भयावनि लागल जीवन है अनमोल रे मनुवां मन का ताला खोल लख चौरासी जनम अमानव मानुष का यह चोल बहुत जतन जीवन फल पावल...

मार्च 20, 2024 · एक मिनट